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dharti ke niche kya hai | धरती के नीचे क्या है ?

dharti ke niche kya hai | धरती  के नीचे क्या है ?


स्वागत है दोस्तो आपका हमारे ब्लॉक जानकारी हो अच्छी में, दोस्तों आप सभी ने कभी ना कभी इस बारे में जरूर सोचा होगा कि हम जिस पृथ्वी पर रहते हैं उसके नीचे क्या है? जैसा कि हम सभी जानते हैं की कुछ फीट नीचे मिट्टी की खुदाई करने पर हमें जल मिलता है। और कहीं खुदाई से हमें धातु के अयस्क कोयला पेट्रोलियम इत्यादि भी मिलते है।

dharti ke niche kya hai | धरती  के नीचे क्या है ?
 धरती  के नीचे क्या है 

 पर क्या हम यह जानते हैं कि पृथ्वी के और नीचे क्या है ?आज हम इसी के बारे में बात करने वाले हैं।


Dharti ke niche kya h | धरती के नीचे क्या है ?


इसको समझने के लिए हमें पृथ्वी की संरचना और आकार को समझना पड़ेगा। पृथ्वी का आकार लगभग गोल है और यहां अपनी धुरी पर थोड़ी सी चपटी है पृथ्वी की परतों को तीन मुख्य भागों में बांटा गया है।
  • क्रस्ट
  • मेंटल
  • कोर
उपकरण की मदद से वैज्ञानिक 8 किलोमीटर की गहराई तक के नमूने ले पाए है। दुनिया की सबसे गहरी खाने 3 किलोमीटर तक गहरी है।
dharti ke niche kya hai hindi me

  • क्रस्ट (क्रस्ट इन हिंदी)
                                   
dharti ke niche kya hai | धरती  के नीचे क्या है ?
dharti ke niche kya hai hindi me

 पृथ्वी का सबसे ऊपरी परत को क्रस्ट कहते हैं। यह लगभग 15 किलोमीटर गहरी है।  यह पृथ्वी के भार का 5 - 10%  हिस्सा है। क्रस्ट का बाहरी भाग सैंडमैट्री पदार्थों से बना हुआ है जिसमें ग्रेनाइट के पत्थर प्रमुख हैं। उसके नीचे क्रिस्टलाइन मेटामॉरफिक  एवं सेंडीमैट्री पत्थर है जो अम्लीय प्रकार के होते हैं। क्रस्ट का निचला स्तर बेसाल्टिक एवं अल्ट्रा  बेसिक पत्थरों से मिलकर बना है।

  •  मेंटल (mental in hindi)
मेंटल 2900 किलोमीटर तक गहरा है। मेंटल का सबसे ऊपरी परत स्टेनोस्फीयर कहलाता है। मेंटल पृथ्वी के आयतन का 83% भाग है। मेंटल का बाहरी भाग सीमेटिक (सिलिकॉन और मैग्नीशियम के पत्थर से बना हुआ) एवं  आंतरिक परत पूरी तरह सिमैटिक अल्ट्रा बेसिक पत्थरों से मिलकर बना हुआ है।
 जैसे-जैसे हम गहराई पर जाएंगे चट्टाने गर्म होती जाती है

                           
धरती के नीचे क्या है   । dharti ke niche kya rehta hai
धरती के नीचे क्या है
 । dharti ke niche kya rehta hai
  • कोर
 कोर का परत पृथ्वी के सतह से 2900 से 6400 km नीचे शुरू होता है। यह पृथ्वी के आयतन का लगभग 16% है। कोर का बाहरी हिस्सा द्रव के रूप में है जिसमें लावा मुख्य रूप से लोहार निकल है। और आंतरिक हिस्सा कठोर है जिसमें लोहा और निकल ठोस रूप में मौजूद है।
दुनिया का सबसे गहरा स्टेशन 105 मीटर नीचे है जो कि यूक्रेन देश में है
 दुनिया की सबसे गहरी गुफा वोरोन्या गुफा  है। जो स्लोवेनिया देश में है इसकी गहराई सतह से 603 मीटर नीचे है

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